यह सुनिश्चित करना है कि स्कूल से ही शुरू हो। छोटे-छोटे बच्चों के लिए का पोषण उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । स्कूल से भोजनालय उन्हें {स्वस्थ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराता है जिससे वे अपने कक्षा में अच्छे प्रदर्शन कर सकें ।
उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक क्षमताओं का विकास के लिए सही पोषण आवश्यक है।
स्कूल में बच्चों के लिए स्वादिष्ट भोजन
भारत में, कई/प्रत्येक/अधिकांश स्कूल में बच्चों को स्वादिष्ट/पौष्टिक/निरोगी भोजन प्रदान करते हैं। यह जरूरी/आवश्यक/महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चों का/छात्रों का/युवाओं का विकास और शिक्षा/ज्ञान/सीखना सफलतापूर्वक/उचित रूप से/पर्याप्त रूप से होने के लिए उनकी/उनके/इनका भोजन में अच्छी पोषण/बढ़िया पौष्टिक तत्व/प्रयोगी मात्रा होनी चाहिए।
कुछ/बहुत सारे/विभिन्न स्कूलों ने अपने/अपना/इस भोजन प्रणाली को बेहतर बनाया है/सुधारा है/विकसित किया है ताकि बच्चे पसंद करते हों/निवारक बनें/आसानी से खा सकें. यह प्रोत्साहन के रूप में काम करता है/उनके विकास में मदद करता है/उनकी ऊर्जा बढ़ाता है।
- कुछ स्कूलों में/कई स्कूलों में/वर्तमान समय में
- विभिन्न प्रकार के/स्वादिष्ट/पौष्टिक
- फल, सब्जियां और/या दालें प्रदान करते हैं।
यह सुनिश्चित करना/यह समझना/यह आवश्यक है कि स्कूल में बच्चों को स्वस्थ भोजन/संतुलित भोजन/पौष्टिक भोजन मिले, ताकि वे उनके सफल भविष्य के लिए more info तैयार रहें।
छोटे बच्चों की निपुणता , स्कूल रसोई से खाना
पहले दिन स्कूल में आने पर सबको नए शंका होती है। परंतु जब उनका जेलाम स्कूल रसोई से मिलता है तो उनका उत्साह बढ़ता है। छोटे हाथों की मज़बूती, स्कूल रसोई से खाना लाने में मदद करती है।
यह उन्हें स्वतंत्र बनाता है और खुद का ख्याल रखने का सीख देता है। साथ-साथ भाई बहनों के साथ खाना खाने से उनके संबंध भी मजबूत होते हैं।
यह स्कूल का एक महत्वपूर्ण पहलू है जो बच्चों को स्वास्थ्यकर प्रदान करता है और उन्हें अपनी योग्यताओं के बारे में सिखाता है।
रसोइया की कहानी: स्कूल से बच्चों तक
यह एक अनोखी रहास्य है एक छोटे भोजनकर्ता की, जो अपने शिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण लेते थे.
उनके/इसका/उसकी जीवनकाल/यात्रा/कहानी छोटी देखने लायक है.
- वे/वह/उन्हें अपनी/उनकी/हर किसी कला/ज्ञान/कुशलता शिक्षित करते थे/पेश करते थे/प्रदान करते थे बच्चों को.
- वे/वह/उन्हें अपने/उनकी/हर किसी कौशल/ज्ञान/प्रतिभा साझा करते थे/शिक्षित करते थे/पेश करते थे स्कूल.
पात्र खाने का सौभाग्य, स्कूल रसोई
छोटे-मोटे बच्चों के लिए समय का सबसे सुखद पल होता है जब वे स्कूल में खाना का आनंद लेते हैं। स्कूल रसोई एक ऐसा स्थान होता है जो हर समय पौष्टिक खाना तैयार करके बच्चों की पेट को पूरा करती है।
- स्कूल रसोई का स्वादिष्ट मेनू बच्चों के लिए बहुत ही प्यारा होता है।
- स्कूल रसोइया लोग अपने काम में बहुत प्रेम से काम करते हैं।
- पूरे दिन का खाना बच्चों को प्रभावित करता है ।
बच्चों के लिए स्कूल में प्यार से बना खाना
एक बच्चा जब खुश होता है तो उसका चेहरा चमकता है, और क्या बेहतर तरीका है इस उसके दिल में खुशी भरने के लिए जैसे ही स्कूल का विशेष भोजन खाने पर. हर बच्चा को इस तरह की स्वादिष्ट चीजें मिलनी चाहिए जो न केवल उसे मजबूती देता है बल्कि उसका हर्षित बनाता है. कक्षाओं में बच्चों के लिए प्यार भरा खाना एक जरूरत है.